जयपुर की न्यूज़ :- जयपुर नगर निगम की ग्रेटर अध्य्क्ष ने अफसरों की सेहत और शोभा पर भारी अंकुश लगा दिया है जयपुर के मेयर,उपमहपौर के साथ अफसरों के कमरों की भी शोभा को काम करते हुए नहीं तो अफसरों के कमरे में पानी की बोतल, नहीं गुलदस्ते होंगे महापौर सौम्य गुर्जर ने बताया की नगर निगम की हालत खराब के चलते फिजूल खर्ची को बंद किया जाएगा और इन पैसों को शहर के कार्यों में लगाएंगे जिससे शहर के हालत ठीक हो
सौम्य गुर्जर ने सोच-समझकर निर्णय किया :- जयपुर की न्यूज़
अब से नगर निगम ग्रेटर में नहीं तो वीआईपी नास्ते और न फूलों की सुगंध क्यों की दो सालो से ग्रेटर नगर निगम में नहीं तो सफाई न ही सीवरेज लाइन और सड़को की लाइटों का काम अधूरा पड़ा हुआ है इसी के चलते ठेकेदार हड़ताल पर चल रहे है शिकायतों पर ध्यान दे तो ग्रेटर निगम के पास बजट नहीं है लेकिन अफसरों के विआपई नास्ते और फूलों की सुंगंध पर एक बार नजर डालने पर पता चला की लगभग प्रतिदिन ग्रेटर नगर निगम में करीबन 30 से 35 गुलदस्ते रोज आते है जिनका प्रतिदिन खर्चा 1897 हजार रूपये आ रहे है जिनका करीब एक महीना का खर्च 56 हजार 910 रूपये और सालाना की बात करे तो 6 लाख 82 हजार रूपये खर्च हो रहे है
इसी को ध्यान रखते हुए वीआईपी नाश्ते और पानी की बोतलों पर पूरी तरह से रोक लगा दिया इसकी शुरुआत खुद सौम्य गुर्जर ने अपने चैंबर से की थी और बताया की जिस दिन मीटिंग होगी उस दिन सब को बोतल देने की जगह ऑफिस में कैपर रखे जाएगे लेकिन हर दिन मंदिर की पूजा के लिए हमेशा माला आएगी लेकिन किसी के दफ्तर में कुछ नहीं आएगा
सौम्य गुर्जर ने एक अहम फैसला लिया है की जिन अधिकारी को सरकरी गाड़ी की जरूरत नहीं है उनसे अब गाड़ी छीनने की तैयार चल रही है दरसल 25 से ज्यादा गाड़िया हो हटाकर उनको हर महीने छः हजार रूपये दिया जाएगे और वित्तीय हालत ख़राब होने के कारण संभाल के कार्य करने होंगे और लगभग ठेकेदारों के 350 करोड़ रूपये बकाया चल रहे बजट नहीं होने के कारण आज ठेकेदार हड़ताल कर रहे है
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