जंतर-मंतर : भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण पर एक्शन के लिए धरना दे रहे पहलवानों और पुलिस में देर रात झड़प हो गई। कुछ रेसलर्स को चोटें आई हैं। विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत फोगाट के सिर पर चोट आई है. लगातार 12 दिन से धरना दे रहे पहलवानो ने कहा है कि यही दिन देखने के लिए हम देश के लिए मेडल जीते थे। हम उन सभी जीते हुए मॉडेल्स को भारत सरकार को लौटा देंगे।
गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को चिट्ठी लिखी
पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को चिट्ठी लिखी है। जिम्मेदार अधिकारियों पर एक्शन और धरना स्थल पर जरूरत की चीजे उपलब्ध कराने की मांग की है। रेसलर्स से मिलने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल, किसान और खाप नेता पहुंचे हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, दिल्ली के CM केजरीवाल, सिद्धू और बॉक्सर विजेंदर सिंह ने पहलवानो सपोर्ट किया है।
ब्रजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए
एक नाबालिग समेत 7 महिला पहलवानो ने ब्रजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद से ही रेसलर्स ब्रजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में मामला जाने के बाद उन पर FIR दर्ज हो चुकी है। इस पर गुरुवार को कोर्ट में सुनवाई भी होनी है।
जंतर-मंतर रेसलर्स बेड लेकर धरना स्थल आए
विवाद तब शुरू हुआ, जब बारिश से बिस्तर और सड़कें भीगने के बाद रेसलर्स बेड लेकर धरना स्थल आए। AAP के नेता सोमनाथ भारती भी बेड लेकर धरना स्थल आए पुलिस ने जब पहलवानों और सोमनाथ भारती को रोका तो बहस शुरू हो गई। दिल्ली पुलिस ने कहा कि हमने समझाने की कोशिश की, लेकिन हल्की सी झड़प से पहलवान भड़क गए | भारती समेत कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। धरना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है।
पुलिसकर्मी ने उनके साथ गालीया निकाली
विवाद के बाद पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रेसलर संगीता फोगाट और साक्षी मलिक जोरो से रोने लगीं। इन्होंने हाथ जोड़कर कहा है की कि हमारी मदद करिया | विनेश फोगाट ने बताया कि वो बेड लेने जा रही थीं, इसी दौरान पुलिसकर्मी ने उनके साथ गालीया निकाली और बदतमीजी की। विनेश फोगाट ने रोते हुए कहा है की क्या इसी दिन के लिए हम देश के लिए मेडल लेकर आए थे। ब्रजभूषण शरण सिंह आनन्द से सो रहे हैं और हम यहां पर लाठियां खा रहे हैं।
रेसलर्स के समर्थन में मार्च निकाल रहे दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को बुधवार को पुलिस ने उनको घसीट कर हिरासत मे लिया था। वहीं, स्टूडेंट्स ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया था। पुलिस ने कहा है कि उनसे प्रदर्शन के लिए न कोई अनुमति मांगी और न ही कोई सूचना दी गई।