रंगों का त्यौहार होली आने वाला है. अगर हमारी जिंदगी में कोई रंग ही ना होता तो कैसी होगी हमारी जिंदगी? हम ऐसी जिंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकते है. हमारी जिंदगी में अलग-अलग रंगों की अपनी एक खास जगह है. पुरे रंगों का अपना एक अलग ही महत्व है जिनके बारे में आज बता करेंगे.
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रंगो में सबसे पहले पसंद लाल रंग को किया जाता है. इस रंग को शुभता का प्रतीक माना जाता है और नए आशा की किरण जगाता है. लाल रंग को उत्साह, ऊर्जा, उग्रता, पराक्रम, उत्साह और महत्वाकांक्षा का प्रतीक माना जाता है. लाल रंग को करोड़ वर्षो से शुभ कार्यों में इस्तेमाल किया जाता है. परन्तु लाल रंग का सही मायना रक्षक की भूमिका निभाता है.
holi 2021 kab hai :- Happy holi
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नीले रंग को जीवन में स्नेह और कोमलता के साथ पौरुषता एवं वीरता का प्रतीक माना जाता है. नीले रंग को वीर भाव और बल का प्रतीक भी माना जाता है ऐसा रंग जिसमें अहंकार न होकर मर्यादा होती है इस रंग का धर्मिक मान्यता के अनुसार काफी महत्व है. इस बार नीले रंग से होली जरूर खेले
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केसरिया रंग मन और निरोगी तन का प्रतीक माना जाता है. यह रंग तप, संयम, धार्मिक ज्ञान और वैराग्य का रंग है. केसरिया कलर को बलिदान का प्रतीक हमेशा से माना जाता था यह शुभ संकल्प का प्रतीक होता है. यह कलर निस्वार्थ भावनाओं और राष्ट्र के प्रति हिम्मत बढ़ाने का प्रतीक माना जाता है.
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पीला कलर हमेशा से ही प्रेम और दोस्ती का प्रतीक माना जाता है. पीला कलर सखा भाव यानि की दोस्ती का भाव दर्शाता है और पीले कलर को शांति, आरोग्य और एश्वर्य का प्रतीक मां जाता है. इस कलर का प्रभाव मानव मस्तिष्क पर पड़ता है देवी-देवताओं को हमेशा से ही पीला रंग प्रिय है. इसलिए आप पीले कलर से होली जरूर खेले.
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हरे रंग को फसल की ताजगी और हरियाली के सहित सकारात्मकता सोच और शीतलता का प्रतीक माना जाता है. हरें रंग के पर्वत, हरे-भरे मैदान और नदियों के किनारे शामिल किए जाते हैं. यह रंग शांति और हरा मधुर रंग है. हरे रंग से व्यक्ति को प्रसन्नता और आत्मविश्वास के साथ शीतलता मिलती है. इस रंग से होली जरूर खेले।
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भगवा रंग सामाजिक सरोकार और खुशमिजाजी का प्रतीक है. इस कलर से मानव की मानसिक शक्ति मजबूत होती है गीता के मुताबिक अग्नि का शुद्ध रूप भगवा रंग होता है भगवा कलर में हल्का सा पीला दिखाई देता है इस कलर से मानव विचारवान और ज्ञानवान होता है
होली कब की है:-
इस बार होली हर बार से खास होने वाली है क्योकि ज्योतिषों के मुताबिक ऐसा अवसर बहुत सालों के बाद आने वाला है इस बार होली रविवार 28 मार्च 2021(holi 2021 kab hai) हो मनाई जाने वाली है।
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